उष्माघात वाढतोय..... घ्यावयाची काळजी सविस्तर.....

 

उष्माघात  वाढतोय ........

  घ्यावयाची काळजी

शरीरातील  पाणी  वाढवा  - 

उष्णतेमुळे  शरीरातील पाणी झपाट्याने कमी  होते.

म्हणून काळजी घ्या. 

नाहीतर  उष्णतेचे अनेक विकार  सुरू होतील.


---  उपाय   ---

१)  नियमित  प्राणायाम करा. उष्णतेचा त्रास केव्हाच होणार नाही.

२)  अनुलोम विलोम जास्तच  करा. शरीराचे तापमान  स्थीर  राहिल.

३)  उजवी  नाकपुडी  बंद  करून डावी नाकपुडी जास्तच वेळ चालू ठेवा.  कारण ती चंद्रनाडी  आहे. त्यामुळे  शरीरात  गारवा  तयार  होईल.

४)  उजव्याच  कुशीवर  जास्तवेळ  झोपा. त्यामुळे  डावी  नाकपुडी  आपोआप  जास्त  वेळ  चालू  राहील.

५)  हलकाच  आहार  घ्या. पोट  साफ  ठेवा. पित्त  वाढवू  नका.

६)  माठातीलच  थंड  पाणी  अगर  कोमट  पाणी  बसून  सावकाश  चवीचवीने  प्या.  घटाघटा नाही.

७)  पेयामध्ये  बर्फ  वापरू  नका. बर्फ  गरम  आहे.

८)  आवळा / कोकम / लिंबू / मठ्ठा / ताक  इ. सरबत जरूर प्या.

९)  सकाळी  ऊठल्यावर  लगेच १ ते २ ग्लास  कोमट  पाणी  प्या.

१०)  प्रत्येक  काम  सावकाशच  करा. 

११)  जेवतेवेळी  मधे  मधे  १/२  वेळा  थोडे  पाणी  प्यावे.

१२)  ऊन्हातून  आल्यावर  गुळ  पाणी  पिणे.

१३)  खडीसाखर  सोबतच  ठेवून  थोडी  थोडी  खाणे.

१४)  जिरेपूड १ चमचा  +  खडीसाखर १ चमचा  व १ ग्लास  ताकातून  रोज पिणे. उष्णता  वाढणार  नाही.

१५)  दुपारच्या  जेवणात  रोज  पांढरा  कांदा  जरूर  खाणे.

१६)  रात्री  झोपण्यापूर्वी  खोबरेल  तेल  तळपायांना  चोळणे  व  बेंबीत  घालणे. तसेच  देशी  गाईचे  तुप  नाकात  लावणे.

१७) उन्हापासून शरीराचे रक्षण करा. कॅप, छत्री, गाॅगल  वापरा.

 #  आरोग्य   संदेश  #


पाणी    प्यावे   आवडीने,

आजार  पळवा  सवडीने.


: उन्हाळ्यात तब्येत सांभाळा..!!


❄ उष्ण व थंड पदार्थ ❄


कलिंगड             - थंड

सफरचंद             - थंड

चिकू                     - थंड 

संत्री                     - उष्ण

आंबा                    - उष्ण            

लिंबू                    - थंड

कांदा                    - थंड

आलं/लसूण          - उष्ण

काकडी                 - थंड

बटाटा                   - उष्ण

पालक                   - थंड 

टॉमेटो कच्चा         -  थंड

कारले                   - उष्ण

कोबी                    - थंड 

गाजर                   - थंड 

मुळा                     - थंड

मिरची                   - उष्ण

मका                     - उष्ण

मेथी                     - उष्ण

कोथिंबीर/पुदिना    - थंड

वांगे                      - उष्ण

गवार                  - उष्ण

भेंडी साधी भाजी    -  थंड

बीट                     - थंड 

बडीशेप                 - थंड 

वेलची                   - थंड 

पपई                     - उष्ण

अननस                 - उष्ण 

डाळींब                 - थंड 

ऊसाचा रस बर्फ न घालता               - थंड

नारळ(शहाळ) पाणी - थंड

मध                  - उष्ण

पंचामृत (दही, दूध, तूप, मध, साखर)             - थंड

मीठ                     - थंड 

मूग डाळ               - थंड 

तूर डाळ               - उष्ण

चणा डाळ             - उष्ण 

गुळ                     - उष्ण 

तिळ                    - उष्ण 

शेंगदाणे,बदाम,काजू,अक्रोड,खजूर - उष्ण 

हळद                 - उष्ण 

चहा                  - उष्ण

कॉफी                - थंड

पनीर                - उष्ण

शेवगा उकडलेला - थंड

ज्वारी                - थंड

बाजरी/नाचणी      -उष्ण

आईस्क्रीम          - उष्ण

श्रीखंड/आम्रखंड  - उष्ण

दूध,दहही,तूप,ताक (फ्रिज मधले नाही)  - थंड 

फ्रिज मधले सगळे पदार्थ -उष्ण

फ्रिज मधिल पाणी - उष्ण

माठातील पाणी   -   थंड

एरंडेल तेल      - अती थंड

तुळस         - थंड

तुळशीचे बी - उत्तम थंड

सब्जा बी  -  उत्तम थंड

नीरा           - थंड

मनुका      - थंड 

पाव/खारी/ बिस्कीट -उष्ण

हॉट ड्रिंक सर्व    - उष्ण

कोल्डरिंग सर्व    - उष्ण 

मास/चिकन/मटण- उष्ण

अंडी (फक्त उकडलेल पांढरे) - थंड

उन्हाळ्यात नैसर्गिक रित्या थंड पदार्थ जास्त खाल्ल्यास गरमीपासून शरीरास होणारा त्रास कमी होतो .


            @@ आयुर्वेदातून संकलन

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